जंतर मंतर (वेद शाला )

उज्जैन वेधशाला का परिचय

उज्जैन धार्मिक, ऐतिहासिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण नगर है। यहाँ खगोलशास्त्र का अध्ययन अत्यंत प्राचीन काल से होता रहा है। ऋग्वेद जैसी प्राचीन रचनाओं में खगोलीय घटनाओं का उल्लेख मिलता है। उज्जैन में सूर्य सिद्धांत की रचना हुई और महान विद्वान वराहमिहिर इसी नगर में रहे।
उज्जैन भारतीय ज्योतिष में कालगणना का प्रमुख केन्द्र माना जाता है, क्योंकि यह कर्क रेखा और मुख्य मध्य रेखा पर स्थित है। यहाँ का महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग उज्जैन की कालज्ञान संबंधी ऐतिहासिक प्रतिष्ठा को दर्शाता है।

वेधशाला का निर्माण और इतिहास

उज्जैन वेधशाला का निर्माण सन 1719 में महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय ने करवाया। वे उच्च कोटि के ज्योतिष मर्मज्ञ थे और भारतीय ज्योतिष में आने वाली त्रुटियों को सुधारने के लिए इस वेधशाला का निर्माण किया। उनके द्वारा वेधशालाएँ उज्जैन के अलावा जयपुर, मथुरा, काशी और दिल्ली में भी बनाई गईं।

सन 1923 में वेधशाला का पुनरुद्धार हुआ और 21 मार्च 1930 से श्री गोविंद सदाशिव आप्टे के निर्देशन में नियमित वेध कार्य प्रारंभ हुआ। इसके आधार पर ‘सर्वानंद लाघव’ नामक करण ग्रंथ तैयार किया गया। सन 1942 से इसका अंग्रेज़ी संस्करण ‘एफेमेरीज’ (दृश्यग्रह स्थिति पंचांग) के रूप में प्रकाशित होने लगा।

वेधशाला में उपलब्ध प्रमुख यंत्र

  1. सम्राट यंत्र – ऊँचाई 22′4″ और जीने की लंबाई 52′8″। इसका जीना पृथ्वी के अक्ष के समानांतर है। इससे ग्रह और नक्षत्रों की क्रांति का ज्ञान होता है।

  2. नाड़ीवलय यंत्र – ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति को उत्तर और दक्षिण गोलार्ध में मापता है।

  3. दिगंश यंत्र – ग्रहों की उन्नतांश और दिशा का मापन करता है।

  4. याम्योत्तर भित्ति यंत्र – सूर्य के स्थानीय मध्याह्न का निर्धारण करता है।

  5. शंकु यंत्र – दिन, समय, दिशा और संक्रांतियों का प्रत्यक्ष ज्ञान प्रदान करता है।

  6. दूरबीन यंत्र – चंद्रमा, मंगल, शुक्र, गुरु और शनि के ग्रहों और उपग्रहों का अवलोकन।

  7. प्लेनेटेरियम – कमरे के अंदर आकाश और नक्षत्रों का निरीक्षण।

मौसम विभागीय कार्य

वेधशाला में मौसम विभाग के यंत्र भी स्थापित हैं, जिनमें वायु दिशा और गति मापक यंत्र, आर्द्रता मापी यंत्र, तापमान मापी और वर्षा मापी यंत्र शामिल हैं। प्रतिदिन प्रातः 8:30 बजे और सायंकाल 5:30 बजे तार द्वारा भोपाल को मौसम की जानकारी भेजी जाती है।