चौरासी महादेव दर्शन यात्रा

🕉️ चौरासी महादेव दर्शन यात्रा

चौरासी महादेव दर्शन यात्रा एक पवित्र तीर्थयात्रा है, जिसे श्रद्धालु प्रायः श्रावण मास या अधिक मास में करते हैं। हालांकि, देव-दर्शन के लिए कोई निश्चित समय नहीं होता — जब भी अवसर मिले, श्रद्धा से यह यात्रा की जा सकती है।

🌿 महादेवों का स्थान

चौरासी महादेव, महाकाल वन के अतिरिक्त महाकाल कुण्ड के चारों ओर तथा रामघाट स्थित पिशाचमुक्तेश्वर मंदिर के बाहर बनी पत्थर शिलाओं पर स्थित हैं।

🔱 पूजन सामग्री

पूजन में सामान्यतः यह सामग्री उपयोगी होती है:

  • पंचामृत: दूध, दही, घी, शहद और शक्कर का मिश्रण

  • अन्य सामग्री: कुंकू, अक्षत, चन्दन, फूल, बत्ती, दीपक, अगरबत्ती, प्रसाद, जनेऊ, भेंट, अबीर-गुलाल, गणपति बनाने हेतु खड़ी सुपारी व नाड़ा आदि।

🙏 दर्शन का क्रम

दर्शन क्रमबद्ध रूप से या क्षेत्रवार समूह के अनुसार किए जा सकते हैं।
प्रथम दर्शन और अंतिम दर्शन — दोनों अगस्तेश्वर महादेव के करने आवश्यक माने गए हैं।

📍 क्षेत्रवार चौरासी महादेव सूची

हरसिद्धि क्षेत्र: 1, 10, 12, 69, 71, 75
नदीघाट क्षेत्र: 2, 3, 4, 6, 68, 76
महाकाल वन: 5, 7, 72, 80
गंधर्वघाट (नदी पार): 13, 21, 70, 49, 66, 67
अनंत पेठ (श्मशान): 8, 26, 33, 35
ढाबा रोड: 46, 48
खटिकवाड़ा: 22, 51, 52, 53, 65
कार्तिक चौक (सिंहपुरी): 14, 56, 57, 62, 77, 78
मोदी की गली व सुगंधी गली: 15, 16, 17, 18
नागनाथ व भागसीपुरा: 19, 20, 47, 50
खत्रीवाड़ा: 24, 25, 59, 61
सराफा, पिंजारवाड़ी: 23, 29, 63
नलिया बाखल व डाबरी: 9, 47
तिलकेश्वर व जानसापुरा: 58, 63, 64
नामदारपुरा (नयापुरा): 45
पिपलीनाका, गढ़कालिका: 54, 55, 79
भेरूगढ़ (सिद्धनाथ): 11, 34, 41, 73, 75
मंगलनाथ: 42, 43, 44
अंकपात क्षेत्र: 28, 30, 36, 37, 38, 39, 40
मकोड़िया आम व खिलचीपुर: 27, 31, 32
ग्रामीण क्षेत्र: 81, 82, 83, 84


🌸 भावार्थ

यह यात्रा न केवल महाकाल वनों की पवित्रता से जोड़ती है, बल्कि उज्जैन नगरी की आध्यात्मिक विरासत का जीवंत अनुभव भी कराती है। हर शिवलिंग के दर्शन के साथ, साधक को आत्मिक शांति और पुण्य की अनुभूति होती है।