सामाजिक गतिविधियां

🎨 साइट पर सामाजिक गतिविधियाँ हमारी ऑन-साइट सामाजिक गतिविधियों में संगीत और कला समूह, खाना बनाना और बागवानी जैसी मनोरंजक गतिविधियाँ शामिल हैं। ये कार्यक्रम रचनात्मकता और सामूहिक आनंद को बढ़ावा देते हैं। 🚤 साइट के बाहर की गतिविधियाँ ऑफ-साइट गतिविधियों में खरीदारी, बाहर भोजन करना, थिएटर भ्रमण और नौकायन…

चौरासी महादेव दर्शन यात्रा

🕉️ चौरासी महादेव दर्शन यात्रा चौरासी महादेव दर्शन यात्रा एक पवित्र तीर्थयात्रा है, जिसे श्रद्धालु प्रायः श्रावण मास या अधिक मास में करते हैं। हालांकि, देव-दर्शन के लिए कोई निश्चित समय नहीं होता — जब भी अवसर मिले, श्रद्धा से यह यात्रा की जा सकती है। 🌿 महादेवों का स्थान…

नौ नारायण दर्शन

🌺 उज्जैन के नौ नारायण दर्शन अनंतनारायण:इनका मंदिर अनंत पेठ में, दानी दरवाजा के पास स्थित है। एक अन्य प्राचीन मंदिर बुधवारिया के पुराने हाट क्षेत्र में भी है। सत्यनारायण:इनके मंदिर ढाबा रोड पर तथा फ्रीगंज में शहीद पार्क से आगे चौराहे पर स्थित हैं। पुरुषोत्तमनारायण:इनके तीन प्रमुख मंदिर हैं…

सप्तसागर यात्रा और दान

🌊 उज्जैन के सप्त सागर १. रूद्र सागर:यह सागर हरसिद्धि पाल पर स्थित है। यहाँ नमक और नंदी (बैल) की मूर्ति का दान करने की परंपरा है। २. पुष्कर सागर:यह नलिया बाखल क्षेत्र में स्थित एक प्राचीन कुण्ड है। यहाँ पीला वस्त्र, चना दाल तथा स्वर्ण का दान शुभ माना…

धार्मिक कार्यक्रम

🌸 उज्जैन — सात वार, नौ त्यौहार 🌸 कहावत है — “उज्जैन में सात वार, नौ त्यौहार।”अर्थात इस पुण्य नगरी में प्रतिदिन धार्मिक, सामाजिक या सांस्कृतिक तीज-त्यौहार और आयोजन होते रहते हैं। १. पूजन और आरती प्रातःकाल महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती होती है तथा सायंकाल क्षिप्रा नदी तट पर…

क्षिप्रा नदी

श्री शिप्रा नदी का महात्म्य श्री शिप्रा नदी भी गंगा की भाँति पवित्र और पापों का नाश करने वाली मानी गई है। कहा गया है कि इसके तट पर कुछ दिनों तक निवास करके स्नान, जप, तप और दान करने से मनुष्य सभी पापों से मुक्त हो जाता है। शिप्रा…

कालिदास अकादमी

कालिदास अकादमी यह संस्था काठी रोड पर स्थित है। इसकी स्थापना उज्जैन के महान कवि और नाट्यकार महाकवि कालिदास के जीवन, कृतियों एवं साहित्यिक योगदान पर शोध और अध्ययन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से की गई है।प्रत्येक वर्ष देवोत्थान एकादशी से आरंभ होकर सात दिनों तक यहाँ भव्य कालिदास…

के डी पैलेस

यह स्थल सिद्धनाथ से लगभग ३ किलोमीटर और रेलवे स्टेशन से लगभग ११ किलोमीटर दूर स्थित है। प्राचीन समय में यहाँ सूर्य देवता का मंदिर था और निकट ही कालियादेह ग्राम स्थित है। पुराणों में इसे ब्रह्मकुंड के नाम से भी जाना जाता है। लगभग चार सौ वर्ष पूर्व, नसीरूद्दीन…

जंतर मंतर (वेद शाला )

उज्जैन वेधशाला का परिचय उज्जैन धार्मिक, ऐतिहासिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण नगर है। यहाँ खगोलशास्त्र का अध्ययन अत्यंत प्राचीन काल से होता रहा है। ऋग्वेद जैसी प्राचीन रचनाओं में खगोलीय घटनाओं का उल्लेख मिलता है। उज्जैन में सूर्य सिद्धांत की रचना हुई और महान विद्वान वराहमिहिर इसी नगर…