🌊 उज्जैन के सप्त सागर
१. रूद्र सागर:
यह सागर हरसिद्धि पाल पर स्थित है। यहाँ नमक और नंदी (बैल) की मूर्ति का दान करने की परंपरा है।
२. पुष्कर सागर:
यह नलिया बाखल क्षेत्र में स्थित एक प्राचीन कुण्ड है। यहाँ पीला वस्त्र, चना दाल तथा स्वर्ण का दान शुभ माना जाता है।
३. क्षीर सागर:
नई सड़क पर स्थित यह तालाब अत्यंत पवित्र माना जाता है। यहाँ साबूदाने की खीर और पात्र का दान किया जाता है।
४. गोवर्धन सागर:
यह सागर निकास चौराहा के समीप स्थित है। यहाँ माखन-मिश्री, गेहूं, गुड़, लाल वस्त्र तथा पुरुष के वस्त्र का दान किया जाता है।
५. रत्नाकर सागर:
ओंडासा गाँव में स्थित यह सागर अत्यंत पावन है। यहाँ पंचरत्न, स्त्रियों के श्रृंगार की वस्तुएँ तथा स्त्री वस्त्र का दान किया जाता है।
६. विष्णु सागर:
यह सागर अंकपात क्षेत्र में राम-लक्ष्मण मंदिर के पीछे स्थित है। यहाँ विष्णुजी की मूर्ति स्थापित है और पूजन के पंच पात्र का दान किया जाता है।
७. पुरुषोत्तम सागर:
यह अंकपात दरवाजे के समीप स्थित है, जिसे सोलह सागर के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ चालनी में मालपुआ का दान करने की परंपरा है।